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Europe Cerberus Heatwave: ‘डरावने सेर्बेरस’ के प्रकोप से तप रहा यूरोप, इटली के 10 शहरों में हाई हीट अलर्ट

European Heat Waves

यूरोप में दुनिया का अब तक का सबसे गर्म सप्ताह रिकॉर्ड किया गया है।

पूरा यूरोप इस समय हीटवेव की चपेट में है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक इटली स्पेन फ्रांस में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। ग्रीस में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया जा सकता है।इतनी भीषण गर्मी पड़ने के कारण ग्रीस के जंगलों में आग लगने का भी खतरा बढ़ गया है। यूरोप इस समय चिलचिलाती गर्मी से तप रहा है। स्पेन के कुछ हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। गर्म हवाओं के थपेड़े से इटली और ग्रीस भी अछुता नहीं रहा हैं।

जलवायु विशेषज्ञों ने घोषणा की है कि यूरोप में दुनिया का अब तक का सबसे गर्म सप्ताह रिकॉर्ड किया गया है। पूरा यूरोप इस समय हीटवेव की चपेट में है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक, इटली, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी और पोलैंड में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। ग्रीस में भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया जा सकता है। इतनी भीषण गर्मी पड़ने के कारण ग्रीस के जंगलों में आग लगने का भी खतरा बढ़ गया है।

क्या है इसका प्रमुख कारण?

यूरोप में बढ़ते गर्मी का सबसे बड़ा कारण सेर्बेरस नामक एंटीसाइक्लोन है। उच्च दबाव प्रणाली एक सामान्य मौसम संबंधी घटना है, जिसमें ऊपरी वायुमंडल से आती हवा सीमीत बादल का निर्माण करती है। इस बीच कम हवा के साथ शुष्क और व्यवस्थित मौसम का भी आगमन होता है। उच्च दबाव वाली प्रणालियों के धीमी गति से चलने के कारण वे एक समय में कई दिनों या यहां तक कि हफ्तों तक बनी रहती हैं। जब सहारा जैसे क्षेत्रों में उच्च दबाव प्रणाली बनती है तो ये और भी ज्यादा गर्मी पैदा करती है। इसमें गर्म हवा और भी ज्यादा गर्म होने लगती है।

इटालियन मौसम विज्ञान सोसायटी के अनुसार, सेर्बेरस हीटवेव लगभग दो सप्ताह तक जारी रहने की उम्मीद है। इसके अलावा असामान्य रूप से उच्च समुद्री सतह का तापमान भी इसका प्रमुख कारण है, जिसका अर्थ है कि ठंडी हवा भूमध्य सागर के अंदर नहीं बह रही है। इटालियन मौसम विज्ञान सोसायटी ने हीटवेव का नाम पौराणिक राक्षस सेर्बेरस के नाम पर रखा है, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह नर्क के द्वार की रक्षा करता था।

यूरोप का सबसे गर्म देश अभी कौन सा?

इस हफ्ते स्पेन में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने वाली है। देश की मौसम सेवा ने चेतावनी जारी की है कि स्पेन के इबेरियन प्रायद्वीप के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्रों में तापमान 45C (113F) तक पहुंच सकता है। सोमवार को ग्रेनाडा के पास एक गांव में तापमान इतना ही पहुंच गया था। इस बीच, इटली के 10 शहरों को बुजुर्ग लोगों के लिए हाई हीट अलर्ट पर रखा गया है। वहीं, उत्तर में बोलजानो से लेकर दक्षिण में बोलोग्ना, फ्लोरेंस और रोम में भी रेड अलर्ट जारी है। बुधवार को सार्डिनियन अंतर्देशीय में तापमान 40C (104F) तक पहुंचने की उम्मीद है।

44C तक पहुंचेगा तापमान, ग्रीस में बढ़ेगी गर्मी

ग्रीस में भी गर्मी बढ़ रही है, जहां आने वाले दिनों में देश के कुछ हिस्सों में तापमान 44C (111F) तक पहुंचने का अनुमान लगाया गया है। अधिकारियों ने जंगल में आग के खतरे को कम करने के लिए प्रकृति भंडार और जंगलों तक पहुंच पर प्रतिबंध लगा दिया है। नगर पालिकाएं लोगों को गर्मी से बचाने के लिए सार्वजनिक भवनों में एयरकंडीशंड एरिया को खोल रही है।

गर्मी का प्रकोप कब खत्म होगा?

स्पेन के लोगों को गर्मी से जल्द राहत मिलने वाली है। स्पेन की राष्ट्रीय मौसम एजेंसी के मौसम विज्ञानी रुबेन डेल कैंपो ने कहा, ‘बुधवार को उम्मीद है कि उत्तर और पूर्व से ठंडी हवाओं के आने से तापमान में गिरावट आएगी। दक्षिण-पूर्व और दक्षिणी अंडालूसिया में अभी भी गर्म हवाएं चलेंगी। आंतरिक भाग से तापमान बढ़ेगा।

पहले भी विनाशकारी गर्मी से जूझ चुका है यूरोप

यह पहली बार नहीं है कि यूरोप भीषण गर्मी से जूझ रहा हो। 2003 में पूरे यूरोप में रिकॉर्ड उच्च तापमान गर्मी पड़ी थी, जिसके परिणामस्वरूप कम से कम 30,000 मौतें हुईं (अकेले फ्रांस में 14,000 से अधिक) लोगों की मौत हुई थी।

चीन ने तोड़े गर्मी के सारे रिकॉर्ड

यूरोप के अलावा एशिया देश चीन भी भीषण गर्मी से तड़प रही है। 16 जुलाई को 52.2C तापमान दर्ज करने के साथ ही चीन देश अब तक के सबसे गर्म दिनों में से एक बन गया है। इससे पहले चीन में तापमान का उच्चतम रिकॉर्ड 50.3C था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में मौसम वैज्ञानिकों ने अगले पांच दिनों तक भीषण गर्मी जारी रहने का अनुमान जताया है। रिपोर्ट से पता चला है कि चीन के उत्तरी इलाकों में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ी है जिसमें राजधानी बीजिंग भी शामिल है। इस साल बीजिंग में 10 दिनों तक 35C से ऊपर तापमान दर्ज किया गया है।

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